
कुलदीप शर्मा : भिवानी
स्वच्छता सर्वेक्षण का ताज इस बार छोटी काशी के सिर सजे इसके लिए नगर परिषद के अधिकारी व कर्मचारी हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसके तहत जहां सफाई व्यवस्था की बागड़ोर नगर परिषद के कर्मचारी बेहतर तरीके से संभाले हुए हैं तो वहीं इस बार सिटीजन फीडबैक के अधिक से अधिक नंबर लेने के लिए नप ने सक्षम युवाओं की टीम को शहर में फीडबैक के लिए उतार दिया है। अब शहरवासियों की जिम्मेवारी तथा नैतिक कर्तव्य बनता है कि जब भी सक्षम युवा सर्वे के लिए उनके पास आए तो उनका साथ दें। सक्षम युवा रैंकिंग उसी अनुरूप दर्ज करेंगे जितनी शहरवासी बताएंगे। इसलिए आपको बस सफाई व्यवस्था के लिए जितने भी नंबर सही लगते हैं वो नंबर देने होंगे।
अधिक से अधिक भागीदारी आवश्यक
शहर के लोगों की भागीदारी से ही इस बार शहर स्वच्छता में देश में अव्वल स्थान पर आ सकता है। इसलिए सभी लोगों को चाहिए कि वे शहर का सम्मान राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने के लिए अधिक से अधिक फीडबैक दे, लेकिन फिलहाल शहर के लोगों द्वारा दिया जा रहा फीडबैक काफी कम है। शहरवासी अभी फीडबैक दर्ज करवाने में कम रूचि ले रहे है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए स्वच्छता का सिटीजन फीडबैक लेने का सिलसिला एक जनवरी से शुरू हो चुका है। स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर चल रहे सिटीजन फीडबैक मामले में अभी पीछे है। करीब डेढ लाख की आबादी वाले शहर में मंगलवार तक केवल 650 लोगों ने स्वच्छता सर्वेक्षण फीडबैक में हिस्सा लिया है।
पहले फीडबैक के 1500 नंबर थे इस बार 1800 कर दिए
पिछले सर्वेक्षण में जहां सिटीजन फीडबैक के ही 1500 नंबर थे जबकि इस बार इसके नंबर 1800 कर दिए हैं और सिर्फ फीडबैक के स्थान पर सिटीजन वाइस बना दिया है। इसमें फीडबैक 600 नंबरों का ही रह गया है। बाकी के 1200 नंबरों के लिए इंगेजमेंट, एक्सपीरियंस, स्वच्छता एप और इनोवेशन के रूप में बांट दिए गए हैं। फेस टू फेस के लिए स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम मार्च में शहर में आएगी। वही कोई भी शहरवासी टोल फ्री नंबर-1969 डायल कर शहर की सफाई को लेकर अपनी फीडबैक दर्ज करवा सकता है। इसके अलावा स्वच्छ हरियाणा एप, स्वच्छता एप से भी सर्वे में हिस्सा ले सकता है।
सिटीजन फीडबैक की जागरूकता के लिए युवाओं को दी जिम्मेदारी
नप ने सिटीजन फीडबैक की जागरूकता के लिए सक्षम युवाओं को जिम्मेदारी दी है। इसके अलावा नप कार्यालय में लगे कर्मचारी भी कार्यालय में आने वाले लोगों को सिटीजन फीडबैक के लिए जागरूक कर रहे है। फिलहाल सिटीजन फीडबैक कंपीटिशन चल रहा है। इसमें शहरवासियों को अपने शहर की स्वच्छता के बारे में सिटीजन फीडबैक देना है। नप के सफाई निरीक्षक विकास देशवाल ने बताया कि स्वच्छता रैंकिंग सुधारने के लिए नगर परिषद द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सिटीजन वाइस भी सिटीजन फीडबैक लिया जा रहा है। जो सीधे जनता से जुड़ा है। सिटीजन फीडबैक से अच्छी रैंक हासिल हो सकती है।
इन 8 सवालों के जवाब तय करेंगे रैंक
< क्या आपको पता है कि शहर स्वच्छ सर्वेक्षण में भाग ले रहा है।
< स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की रैंक क्या थी।
< अपने आसपास की स्वच्छता के आधार पर शहर को कितने नंबर देंगे।
< व्यावसायिक व पब्लिक एरिया की स्वच्छता को कितने नंबर देंगे ।
< कचरा संग्रहण वाहन से सूखा और गीला कचरा अलग-अलग करके देने के लिए कहा जाता है।
< शहर के सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालय को कितने नंबर देंगे।
< क्या आप जानते हैं कि गूगल पर पास के शौचालय की जानकारी ले सकते हैं।
< क्या आपको पता है कि सफाई संबंधी शिकायत आप स्वच्छता एप पर कर सकते हैं।
जहां सफाई व्यवस्था की बागड़ोर नगर परिषद के कर्मचारी बेहतर तरीके से संभाले हुए हैं तो वहीं इस बार सिटीजन फीडबैक के अधिक से अधिक नंबर लेने के लिए नप ने सक्षम युवाओं की टीम को शहर में फीडबैक के लिए उतार दिया है।